लोकसभा चुनाव में बहुमत ना मिलने पर भाजपा के पास सरकार बनाने के लिए होंगे यह 3 तीन विकल्प
लोकसभा चुनाव के परिणाम आने में बहुत ही कम वक्त पर रह गया है। 19 मई को अंतिम चरण का लोकसभा चुनाव समाप्त होने के 4 दिन बाद 23 मई को चुनाव आयोग द्वारा परिणाम घोषित किए जाएंगे। चुनाव परिणाम को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों की अलग-अलग राय है। ऐसे में यदि चुनाव परिणाम में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी को बहुमत प्राप्त नहीं होता है तो भाजपा के पास सरकार बनाने के लिए यह 3 विकल्प होंगे।
1.चुनाव के बाद गठबंधन-
सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को पूर्ण बहुमत ना मिलने पर अन्य पार्टियों के सहयोग की जरूरत पड़ेगी। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो बहुमत से दूर रहने पर बीजू जनता दल, तेलंगाना राष्ट्र समिति और वाईएसआर कांग्रेस जैसी पार्टियां भारतीय जनता पार्टी के समर्थन में आ सकती हैं।
2.उत्तर प्रदेश में महागठबंधन को तोड़ना-
लोकसभा चुनाव में बहुमत ना मिलने की स्थिति में एनडीए गठबंधन को बहुजन समाज पार्टी के समर्थन की जरूरत होगी। राजनीतिक विश्लेषकों की नजर में इस बार सपा-बसपा गठबंधन उत्तर प्रदेश में भाजपा को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी मायावती को महागठबंधन तोड़कर सरकार में शामिल होने का न्योता दे सकती है।
3.प्रधानमंत्री पद के लिए नया चेहरा-:
लोकसभा चुनाव के परिणाम में यदि एनडीए गठबंधन बहुमत से 100 से अधिक सीटों से दूर रह जाता है तो भाजपा को सरकार बनाने के लिए प्रधानमंत्री पद के लिए नए चेहरे का चयन करना होगा। दरअसल राजनीतिक विश्लेषकों की यह राय है कि कई विपक्षी पार्टियां प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम से सहमत नहीं होंगी। ऐसे में भाजपा को प्रधानमंत्री पद के लिए किसी सर्वमान्य चेहरे के नाम को आगे करना होगा। नरेंद्र मोदी के अतिरिक्त नितिन गडकरी का नाम पर प्रधानमंत्री पद की रेस में सबसे आगे बताया जा रहा है।
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